भीलवाड़ा, आकोला । मेंवाड़ अंचल की आस्था का धाम मुख्यालय स्थित भगवान श्रीचारभुजानाथ के दरबार में मंगलवार को अमावस्या के कारण श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ रही। नोतपा के कारण आग सुलगती धूप भी कोटड़ी चारभुजानाथ के भक्तों की आस्था को नहीं रोक पाए। तेज धूप से तपती धरती के बावजूद भी अमावस्या पर पंहुचने वाले भक्त नंगे पांव पेदल चल कर भगवान के दर पर मत्था टेक अपनी मन्नत पूरी करते रहे। मन्दिर परिसर में भक्तों की लंबी कतार में खड़े रह कर अपनी बारी का इन्तजार करने के बाद प्रभू के दर्शन कर अपने को धन्य महसूस किया। इस अवसर पर सुबह भगवान का अभिषेक व स्वर्णजड़ित आभूषणों की पोषाक धारण करा आरती की गई। अमावस्या का विशेष महत्व होने के कारण दिनभर भक्तों की रेलमपेल रही। भक्त हाथों में धान की थेली, प्रसाद व अगरबत्ती लेकर पंहुच रहे थे। छोटे से लेकर बुजुर्ग महिला-पुरूष प्रभू के दर्शन करने को आतूर नजर आए। भीड़ को लेकर प्रशासन, मन्दिर ट्रस्ट व श्रद्धालु भक्तों ने विशेष दर्शन की विशेष व्यवस्था की तथा ट्रस्ट की ओर से भक्तों को केरी पानी से गला तर करते रहे। साथ ही श्रीचारभुजा मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुदर्शन गाड़ोदिया, सचिव श्याम सुन्दर चेचाणी व ट्रस्ट के पदाधिकारियों की मौजूदगी में मन्दिर परिसर में रखे भेंट पात्रों को भ्ज्ञक्तों की उपस्थिति में खोला गया। जिसे सेवानिवृत्त 40 कर्मचारियों ने मात्र 5 घण्टे में 31 लाख 54 हजार 150 रूपयों को गिन कर ट्रस्ट को सोंपे। वहीं रसीद व न लाइन सहित एक माह में 41 लाख 75 हजार 984 रूपये प्राप्त हुए। वहीं 20 ग्राम 300 मिलीग्राम सोना व 1 किलो 545 ग्राम चान्दी के आभूषण भी चढ़ावे में मिले। साथ ही कोटड़ी निवासी मुरलीधर चेचाणी ने जहाजपुर रोड़ स्थित एक प्लॉट के कागजात तथा विदेशी नोट भी भेंटपात्र से निकले। दिनभर क्षेत्रीय भजन कलाकारों ने भगवान श्रीचारभुजानाथ पर आध्रारित भजनों को प्रस्तूत किए जिस पर भक्त नाचते नजर आए। कस्बावासियों ने भी भषण गर्मी को देखते हुए मन्दिर मार्ग व सदर बाजार, सार्वजनिक स्थानों पर पेयजल, ठण्डाई, जूस आदि की व्यवस्था कर भक्तों के गले तर करते रहे। दूकानों पर भी खरीददारी करने वाले भक्तों की भीड़ दिखाई दी।