दुर्ग: जिले में अब बदमाशों की एक गलती उन्हें आर्थिक रुप से कमजोर बना देगी. पुलिस ने अब क्राइम को कंट्रोल करने के लिए तरकीब निकाली है. थानेदारों को सख्त निर्देश मिले हैं कि वे अपने-अपने थाना क्षेत्रों के हर एक बदमाशों को थाना बुलाकर एसडीएम के पास उनका 50 हजार रुपए का बाउंड ओवर कराए, ताकि वे आर्थिक रुप से कमजोर होने पर अपराध करने से डर सके. दुर्ग जिले के एसएसपी ने रविवार को पुलिस नियंत्रण कक्ष में जिले के समस्त थाना और चौकी प्रभारियों की क्राइम मीटिंग ली. यह मीटिंग लगभग साढ़े तीन घंटे तक चली. क्राइम पर चर्चा हुई, जिसमें जिले के सभी थाना एवं चौकी प्रभारी उपस्थित रहे.

गुम नाबालिग और बालिगों की होगी खोजबीन
एसएसपी ने निर्देश दिए कि अप्रेल महीने से गुम नाबालिगो के लिए ऑपरेशन मुस्कान और बालिगों के लिए ऑपरेशन तलाश अभियान को चलाया जाए. 1 थाना प्रभारियों को इस अभियान में गंभीरता से भाग लेने और समन्वय स्थापित कर बच्चों को सुरक्षित उनके परिवार तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं.

एक साल वाले अपराधों का निराकरण
एसएसपी ने एक वर्ष से अधिक समय से लंबित अपराधों एवं चालानों के शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए. संबंधित प्रकरणों को प्राथमिकता से हल करें और अपराधियों को शीघ्र न्याय के कटघरे तक पहुंचाएं.

50 हजार का भरावाएं बाउंडओवर
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने गुंडा व निगरानी बदमाशों पर सतत निगरानी रखने कहा. बैठक में यह भी तय किया गया कि पुराने निष्क्रिय गुंडा बदमाशों की फाइलें बंद की जाएं और जो नए सक्रिय बदमाश हैं, उन्हें चिन्हित कर उनकी फाइल तत्काल खोली जाए. क्राइम कंट्रोल करने के लिए सभी थाना प्रभारी गुंडों बदमाशों को पुलिस स्टेशन बुलाए. उन्हें एसडीएम के समक्ष ले जाएं और उनका 50 हजार रुपए का बाउंड ओवर भराएं, ताकि अपराध करने पर एसडीएम से बाउंडओवर की राशि से वसूली की जा सके.

डायल 112 प्वाइंट पर दिखे, थाना में नहीं
एसएसपी ने डायल 112 की गाड़ियां अक्सर थाना में खड़ी मिलती है. थाना प्रभारी को इसका ध्यान रहे कि डायल 112 की गाड़ियों थाना न बुलाए. वे अपने निर्धारित प्वाइंट पर खड़ी रहे.