दिग्वेश राठी ने बताया नोटबुक सेलिब्रेशन का राज, बोले- 'हर विकेट एक सीख है'

दिग्वेश राठी: IPL 2025 में लखनऊ सुपर जायंट्स के युवा स्पिनर दिग्वेश राठी ने अपनी शानदार गेंदबाजी के साथ-साथ अपने अनोखे नोटबुक सेलिब्रेशन के लिए भी खूब सुर्खियां बटोरी हैं. यह सेलिब्रेशन क्रिकेट फैंस के बीच चर्चा का विषय बन गया है. हालांकि, दिग्वेश राठी को इस सेलिब्रेशन के चलते काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा है. BCCI ने ना सिर्फ उन पर जुर्माना लगाया है, बल्कि उन्हें बैन का भी सामना करना पड़ा है. लेकिन वह ऐसा सेलिब्रेशन क्यों करते हैं सभी जानना चाहते हैं. दिग्वेश राठी ने खुद अपने इस सेलिब्रेशन पर बड़ा खुलासा किया है.
दिग्वेश ने उठाया नोटबुक सेलिब्रेशन के राज से पर्दा
दिग्वेश राठी, जो दिल्ली के एक उभरते हुए क्रिकेटर हैं, उन्होंने इस सीजन में अपनी फिरकी से कई बड़े बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई है. लेकिन हर विकेट के बाद उनका नोटबुक सेलिब्रेशन फैंस का ध्यान खींचने में कामयाब रहा है. इस सेलिब्रेशन में दिग्वेश हवा में एक काल्पनिक नोटबुक खोलते हैं, उसमें कुछ लिखते हैं और फिर उसे काटने का इशारा करते हैं, मानो बल्लेबाज का नाम उनकी लिस्ट से हटा रहे हों. ऐसे में लखनऊ सुपर जायंट्स ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें दिग्वेश राठी ने इसके पीछे की वजह बताई है.
इस वीडियो में जब दिग्वेश राठी ने उनके नोटबुक सेलिब्रेशन के बारे में पूछा को उन्होंने कहा, 'जब भी कोई टूर्नामेंट होता है तो मैं अपने साथ एक नोटबुक लेकर जाता हूं. उसमें सबसे नाम लिखने हैं मुझे.' दिग्वेश राठी का मानना है कि यह सेलिब्रेशन उनके लिए प्रेरणा का स्रोत है. वह एक असली नोटबुक में उन बल्लेबाजों के नाम लिखते हैं, जिन्हें उन्होंने आउट करते हैं.
जुर्माने से लेकर बैन तक का किया सामना
हालांकि यह अनोखा अंदाज दिग्वेश के लिए परेशानी का सबब भी बना है. IPL 2025 के दौरान, BCCI ने इस सेलिब्रेशन को उकसाने वाला मानते हुए उन्हें कई बार जुर्माना लगाया और डिमेरिट पॉइंट्स दिए हैं. पंजाब किंग्स के खिलाफ मैच में प्रियांश आर्या को आउट करने के बाद पहली बार जुर्माना लगाया गया, और फिर मुंबई इंडियंस के नमन धीर को आउट करने पर भी उन्होंने यह सेलिब्रेशन दोहराया, जिसके चलते उन पर और सख्त कार्रवाई हुई. सनराइजर्स हैदराबाद के अभिषेक शर्मा के खिलाफ मैच में तो यह सेलिब्रेशन एक विवाद का कारण बन गया, जिसके बाद दिग्वेश को एक मैच के लिए बैन भी कर दिया गया था.