लाड़ली बहनों को 3000 रुपए, छात्रों के लिए 1 करोड़ की स्कॉलरशिप: CM मोहन यादव का बड़ा ऐलान
बैतूल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बुधवार को बैतूल जिले के सारणी में आयोजित स्व सहायता समूह सम्मेलन एवं विकास कार्यों के लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि, ''लाड़ली बहना योजना की राशि 1250 से बढ़ाकर 3 हजार रुपए प्रतिमाह तक की जाएगी.'' कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री डीडी उइके ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के पैर पड़े. जबकि उम्र में केंद्रीय राज्य मंत्री डीडी उइके, मोहन यादव से बड़े हैं.
धरती की शोभा सारणी में विद्यमान
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मठार देव बाबा और मां ताप्ती के जयघोष करते हुए कहा कि, ''बैतूल जिले के सारणी की महिमा न्यारी हैं, सही मायनों में धरती की शोभा सारणी में विद्यमान है. सारणी ने पूरे प्रदेश को ऊर्जा से सराबोर करते हुए विकास के कारवां को आगे बढ़ाया, जिससे मध्यप्रदेश जगमगाया. सारणी के कोल भंडार सोने की तरह हैं. बैतूल जिले को ईश्वर का भरपूर आशीर्वाद प्राप्त हुआ. कोयले के भंडार, मां ताप्ती का उद्गम, उन्नत कृषि इत्यादि प्राकृतिक संपदाओं के साथ यह जनजातीय अंचल विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. जिले के लोकप्रिय विधायक हेमन्त खंडेलवाल ने प्रदेश के पहले फूड पार्क की स्थापना बैतूल जिले में ही की है, जो स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सेवाभावना का उदाहरण हैं.''
464 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 464 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया और जिले के नवाचार एसएचजी से स्टार्टअप अभियान के तहत स्व सहायता समूह की 4 महिलाओं को स्टार्टअप कंपनियों में 8.5 करोड़ निवेश के इंटेंट टू इन्वेस्ट लेटर वितरित किए. मुख्यमंत्री "विकास के पथ अग्रसर" बैतूल पुस्तिका का विमोचन भी किया.
महिलाओं के विकास के लिए मध्य प्रदेश सरकार संकल्पबद्ध
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि, ''आज मैं अपनी बहनों से मिलने बैतूल आया हूं. बहनों के जीवन में दुख की छाया कभी ना आए और उनकी हर मनोकामनाएं पूर्ण हो, इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार संकल्पबद्ध हैं.'' उन्होंने कहा कि, ''महिला सशक्तिकरण की प्रतीक देवी अहिल्याबाई की 300 वी जयंती प्रदेश भर में मनाई जा रही हैं. प्रदेश की गौरव गोंडवाना की महारानी दुर्गावती ने अपने शौर्य और पराक्रम से एक नहीं बल्कि 52 युद्ध में मुगल आक्रांताओं को परास्त किया. अपने अंतिम युद्ध में भी रानी दुर्गतावती ने गुलामी स्वीकार न करते हुए स्वयं अपने खंजर से बलिदान देकर प्रदेश को गौरवान्वित किया. ऐसा मध्य प्रदेश की बहनों का स्वर्णिम इतिहास रहा है. इसी प्रकार वीरांगना झांसी की रानी ने भी अंग्रेजों को करारी परास्त देकर देश की स्वतंत्रता की नींव रखी.''
जल्द लाड़ली बहनों के खातों में आएंगे 3 हजार रुपए
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि, ''रानी अहिल्याबाई के आदर्शों को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा भी ग्रहण करते हुए बहनों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे. प्रतिमाह लाडली बहनों के खाते में 1250 रुपए की राशि डाली जा रही है, जिसे आगे बढ़ाकर 3 हजार रुपए प्रतिमाह किया जाएगा. बहनों की आय 1 साल में एक लाख से अधिक हो जाए, इसके लिए लखपति दीदी अभियान जारी है. लखपति दीदी अभियान में 350 से अधिक स्व सहायता समूह काम कर रहे हैं.''
शिक्षा के लिए मिलेगा 1 लाख से 1 करोड़ तक
मध्य प्रदेश सरकार के प्रयासों से लगाई गई सर्वसुविधा युक्त रेडीमेड गारमेंट्स की फैक्टरी में बहनों को शासन की ओर से 5 हजार और फैक्ट्री द्वारा 8000 इस प्रकार की कुल 13 हजार रुपए की राशि प्राप्त हो रही है. मध्य प्रदेश सरकार बहनों के कल्याण के साथ बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करा रही है. बच्चों को साइकिल वितरण, उत्कृष्ट प्रदर्शन पर स्कूटी वितरण किया जा रहा है. विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा के लिए एक लाख से लेकर अगर 1 करोड़ की राशि भी लगे तो मध्य प्रदेश सरकार उपलब्ध कराएगी.
आतंकियों को घर में घुसकर मारेंगे
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि, ''आतंकवादियों द्वारा हमारी बहनों के सिंदूर को देखने का दुस्साहस करने पर हमारी सेना ने पाकिस्तान में घर में घुसकर आतंकवादियों को मारने का काम किया है. हमारी सेना ने शौर्य और पराक्रम से पाकिस्तान के हवाई अड्डा को तहस-नहस किया है. अगर आतंकवादी ऐसी नापाक हरकत दोबारा करेंगे तो उन्हें घर में घुसकर मारेंगे, यह प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प है.'' मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी बहनों को प्रधानमंत्री मोदी के मुख्य आतिथ्य में भोपाल में 31 मई को होने जा रहे कार्यक्रम के लिए आमंत्रित भी किया.
पुलिस में 50 से अधिक कांग्रेसियों को हिरासत में लिया
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से पहले बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उन्हें ज्ञापन सौंपने और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के उद्देश्य से कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ने लगे. पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी बहस और झड़प की स्थिति बन गई. कांग्रेस के कार्यकर्ता काले गमछे और दुपट्टे पहने हुए थे, जिससे कार्यक्रम स्थल पर संभावित विरोध प्रदर्शन की आशंका जताई जा रही थी. पुलिस ने एहतियात के तौर पर उन्हें सलैया गाँव के पास ही रोक दिया. कांग्रेसियों को रोकने के बाद विवाद और बढ़ गया. कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस की कार्रवाई का विरोध करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस ने 50 से अधिक कांग्रेसियों को हिरासत में ले लिया.