भारतीय नौसेना को जल्द ही एक और ताक़तवर जंगी जहाज़ मिलने वाला है. सूत्रों के मुताबिक, अगले महीने यानी जून 2025 को INS तमाल नया तलवार-क्लास फ्रिगेट रूस भारत को सौंपेगा. यह जहाज़ रूस के यानतर शिपयार्ड में बना है और 2016 में हुए समझौते का हिस्सा है, जिसमें कुल चार युद्धपोत बनाए जा रहे हैं दो रूस में और दो भारत में. इस परियोजना के तहत दो फ्रिगेट्स रूस में और दो भारत में बनाए जा रहे हैं. INS तमाल को जून 2025 में भारतीय नौसेना को औपचारिक रूप से सौंपा जाएगा. जून महीने के अंत तक नौसेना में कमीशन किया जाएगा.

हवा, पानी और जमीन पर एक साथ हमला करने में सक्षम

  • INS तमाल: बहु-भूमिका वाला स्टील्थ युद्धपोत INS तमाल एक आधुनिक गाइडेड मिसाइल स्टील्थ फ्रिगेट है. जो हवा, जल और सतह पर एक साथ हमला करने में सक्षम है. यह ब्रह्मोस एंटी-शिप मिसाइल से लैस होगा और एडवांस सेंसर तथा हथियार प्रणालियों से लैस रहेगा. 
  • मेक इन इंडिया की दिशा में बड़ा कदम: INS तमाल को भारत का आखिरी आयातित युद्धपोत माना जा रहा है, क्योंकि अब भारत अपने युद्धपोतों को स्वदेशी तौर पर डिज़ाइन और निर्मित करने पर ज़ोर दे रहा है.

जल्द होगा नौसेना में शामिल
परियोजना 1135.6 का हिस्सा 2016 में हस्ताक्षरित प्रोजेक्ट 1135.6 के तहत कुल चार तलवार-क्लास युद्धपोतों का निर्माण होना है. INS तमाल इस श्रृंखला का दूसरा पोत है जो रूस में बना है. कमीशनिंग से पहले होने वाले ट्रायल में निर्माता (मैन्युफैक्चरर) ट्रायल, स्टेट कमेटी ट्रायल और फिर डिलीवरी एक्सेप्टेंस ट्रायल शामिल होते हैं, जो बंदरगाह (हार्बर) और समुद्र दोनों में किए जाते हैं. समुद्र में होने वाले ट्रायल के दौरान हथियारों की फायरिंग भी की जाती है. सूत्रों के मुताबिक, जहाज़ के कमीशनिंग क्रू में शामिल करीब 200 नौसैनिक फरवरी में रूस पहुंचे थे, जहां उन्होंने INS तमाल के ट्रायल की निगरानी की और प्रशिक्षण लिया. अब यह जहाज़ नौसेना में शामिल होने की तैयारी में है.