दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) में संगठनात्मक बदलाव की प्रक्रिया एक नए मोड़ पर पहुंच गई है. पार्टी सूत्रों के अनुसार, BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव जून के तीसरे या चौथे हफ्ते में संपन्न हो सकता है. इसके लिए जरूरी चुनावी प्रक्रिया जून के दूसरे हफ्ते से शुरू होने की संभावना है. लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद अब पार्टी संगठन के पुनर्गठन की कवायद तेज होती दिख रही है. वर्तमान में जेपी नड्डा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जिनका कार्यकाल पहले ही एक बार बढ़ाया जा चुका है. नड्डा जनवरी 2020 में अध्यक्ष बने थे और 2023 में उनका कार्यकाल लोकसभा चुनाव तक के लिए बढ़ाया गया था. अब जबकि आम चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं, पार्टी नेतृत्व में संभावित बदलाव को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज है.

सूत्रों का कहना है कि भाजपा जून के दूसरे सप्ताह में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की जा सकती है. इसके तहत विभिन्न राज्यों में संगठनात्मक चुनाव संपन्न किए जाएंगे, जिसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव संपन्न होगा. चुनाव की प्रक्रिया पार्टी के संविधान के अनुरूप होगी, जिसमें नामांकन, स्क्रूटनी और मतदान की पूरी प्रक्रिया शामिल होगी.

नए अध्‍यक्ष के सामने होंगे ये काम
भाजपा संगठन के जानकारों के अनुसार, चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए केंद्रीय चुनाव समिति गठित की जाएगी. इस समिति की देखरेख में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि नड्डा फिर से उम्मीदवार होंगे या कोई नया चेहरा सामने आएगा. विशेषज्ञों का मानना है कि नया अध्यक्ष पार्टी के आगामी मिशनों, विशेष रूप से 2026 के राज्य विधानसभा चुनावों और 2029 के आम चुनाव की रणनीति तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. ऐसे में यह चुनाव महज एक औपचारिकता न होकर, पार्टी की भविष्य की दिशा तय करने वाला कदम माना जा रहा है.

नेता से लेकर कार्यकर्ता तक की नजर
संगठनात्मक चुनाव के माध्यम से न केवल पार्टी का ढांचा और अधिक मजबूत किया जाएगा, बल्कि कार्यकर्ताओं को नेतृत्व परिवर्तन की प्रक्रिया में शामिल कर पार्टी की जमीनी पकड़ को और सुदृढ़ किया जाएगा. हालांकि, अब तक पार्टी की ओर से आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन जिस तरह से आंतरिक तैयारियां हो रही हैं. उससे यह स्पष्ट है कि BJP नेतृत्व इस बार समय पर चुनाव प्रक्रिया को पूरा करने के मूड में है. BJP के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर अन्य दलों की भी नजर बनी हुई है, क्योंकि इससे पार्टी की नीति, संगठनात्मक प्राथमिकताओं और भावी रणनीतियों का संकेत मिलेगा. फिलहाल पार्टी कार्यकर्ता और नेता दोनों ही संभावित बदलाव को लेकर उत्सुक हैं. जून का महीना BJP के लिए राजनीतिक रूप से बेहद अहम साबित हो सकता है.